NCERT Solutions for Class 6 Hindi Chapter 17 साँस साँस में बाँस are provided here with simple step-by-step explanations. These solutions for साँस साँस में बाँस are extremely popular among Class 6 students for Hindi साँस साँस में बाँस Solutions come handy for quickly completing your homework and preparing for exams. All questions and answers from the NCERT Book of Class 6 Hindi Chapter 17 are provided here for you for free. You will also love the ad-free experience on Meritnation’s NCERT Solutions. All NCERT Solutions for class Class 6 Hindi are prepared by experts and are 100% accurate.
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Question 1:
कौन सा बाँस काटा जाता है और क्यों?
या
बाँस को बूढ़ा कब कहा जा सकता है? बूढ़े बाँस में कौन सी विशेषता होती है जो युवा बाँस में नहीं पाई जाती?
Answer:
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Question 2:
Answer:
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Question 3:
बाँस की बुनाई मानव के इतिहास में कब आरंभ हुई होगी?
Answer:
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Question 4:
बाँस के विभिन्न उपयोगों से संबंधित जानकारी देश के किस भू-भाग के संदर्भ में दी गई है? एटलस में देखो।
Answer:
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Question 1:
• मच्छर
• फर्नीचर
• प्रकाशन
Answer:
संगीत - बाँस के बने वाद्य यंत्र।
मच्छर - मच्छरदानी के बाँस।
फर्नीचर - फर्नीचर के बाँस।
प्रकाशन – बाँस का बुरादा किताब या कागज़ बनाने के लिए।
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Question 2:
• चमड़ा ..................................
• घास के तिनके ..................................
• पेड़ की छाल ..................................
• गोबर ..................................
• मिट्टी ..................................
Answer:
प्राकृतिक संसाधन | दैनिक उपयोग की वस्तुएँ | विधि |
चमड़ा | जूता, बेल्ट, बैग | चमड़े को मोची द्वारा पहले आकार दिया जाता है। फिर उसे विभिन्न टुकड़ों में काटा जाता है। इन टुकड़ों को मशीनों की सहायता से आपस में जोड़ा जाता है, इन्हें सुंदर बनाने के लिए इनमें सिलाइयाँ लगाई जाती है। तब जाकर विभिन्न प्रकार के जूते बनते हैं। |
घास के तिनके | झाड़ू, खिलौने, | इससे झाड़ू बनाने के लिए सबसे पहले बड़ी-बड़ी घासों के तिनकों को इकट्ठा कीजिए। जब ये इकट्ठी हो जाए, तो इन्हें किसी की सहायता से बाँध लीजिए। बस आपकी घास की झाड़ू तैयार है। |
पेड़ की छाल | कागज़ | - |
गोबर | उपले | सारे गोबर को इकट्ठा कर लीजिए। इसे हाथों में थोड़ा-थो़ड़ी लेकर रोटी के समान दोनों हाथों के मध्य गोल फैलाते गोल आकार दीजिए। जब यह बड़ा हो जाए, तो जमीन या दीवार पर चिपका दीजिए। अब इसे करीब-करीब एक सप्ताह सूखने दीजिए। आपके उपले तैयार हैं। |
मिट्टी | मकान, मूर्ति | - |
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Question 3:
जिन जगहों की साँस में बाँस बसा है, अखबार और टेलीविजन के ज़रिए उन जगहों की कैसी तसवीर तुम्हारे मन में बनती है?
Answer:
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Question 1:
इस पाठ में कई हिस्से हैं जहाँ किसी काम को करने का तरीका समझाया गया है? जैसे-
- इस वर्णन को ध्यान से पढ़कर नीचे दिए प्रश्नों के उत्तर अनुमान लगाकर दो। यदि अंदाज़ लगाने में दिक्कत हो तो आपस में बातचीत करके सोचो-
(ख) शंकु का ऊपरी हिस्सा अंडाकार होता है तो नीचे का हिस्सा कैसा दिखाई देता है?
(ग) इस जाल से मछली पकड़ने वालों को धीरे-धीरे क्यों चलना पड़ता है?
Answer:
(ख) शंकु का ऊपरी हिस्सा अंडकारा होता है, तो नीचे का हिस्सा नुकीला होतो है। यह एक त्रिभुज के समान दिखाई देता है। '˅' इस चिह्न के समान दिखाई देगा।
(ग) इस तरह धीरे-धीरे चलकर जाल को खींचा जाता है। मछलियाँ जाल में फंस जाती हैं।
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Question 1:
हाथों की कलाकारी | घनघोर बारिश | बुनाई का सफ़र |
आड़ा-तिरछा | डलियानुमा | कहे मुताबिक |
- इन वाक्यांशों का वाक्यों में प्रयोग करो।
Answer:
1. हाथों की कलाकारी- तुमने बहुत सुंदर मेज़पोश बनाया है। तुम्हारे हाथों की कलाकारी को मानना पड़ेगा।
2. घनघोर बारिश- आज दिल्ली में घनघोर बारिश हो रही है।
3. बुनाई का स़फर- मेरी बुनाई का सफ़र 20 साल पुराना है।
4. आड़ा-तिरछा- ढंग से बनाओ। ये क्या आड़ा-तिरछा बना रहे हो।
5. डलियानुमा- मेरे पास डलियानुमा बर्तन है।
6. कहे मुताबिक- गोविंद को मेरे कहे मुताबिक चलना पड़ेगा।
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Question 1:
बुनावट | नुकीला | दबाव | घिसाई |
Answer:
(i) | बुनावट | - | बुन + आवट | :- | सजावट | बनावट | मिलावट |
(ii) | नुकीला | - | नुक + ईला | :- | रंगीला | सजीला | नशीला |
(iii) | दबाव | - | दब + आव | :- | चुनाव | सुझाव | बनाव |
(iv) | घिसाई | - | घिस + आई | :- | पढ़ाई | भलाई | रूलाई |
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Question 2:
नीचे पाठ से कुछ वाक्य दिए गए हैं -
(क) वहाँ बाँस की चीज़ें बनाने का चलन भी खूब है।
(ख) हम यहाँ बाँस की एक-दो चीज़ों का ही ज़िक्र कर पाए हैं।
(ग) मसलन आसन जैसी छोटी चीज़ें बनाने के लिए बाँस को हरेक गठान से काटा जाता है।
(घ) खपच्चियों से तरह-तरह की टोपियाँ भी बनाई जाती हैं।
रेखांकित शब्दों को ध्यान में रखते हुए इन बातों को अलग ढंग से लिखो।
Answer:
(क) बाँस की चीज़ें बनाने का चलन भी वहाँ खूब है।
(ख) हम जिक्र ही बाँस की एक-दो चीज़ों का कर पाए।
(ग) हरेक गठान से बाँस को काटा जाता है; मसलन आसन जैसी छोटी चीज़ें बनाने के लिए।
(घ) तरह-तरह की टोपियाँ भी खपच्चियों से बनाई जाती हैं।
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Question 3:
Answer:
हिन्दी में सभी उँगलियों के नाम इस प्रकार हैं।-
अंगुष्ठा | - | अंगुठा |
तर्जनी | - | अंगुठे के साथ वाली उगंली |
मध्यमा | - | बीच वाली उगंली |
अनामिका | - | जिसमें सगाई की अंगुठी पहनाई जाती है |
कनिष्ठा | - | छोटी उगंली |
(नोटः विद्यार्थी अपने माता-पिता से पूछकर अपनी भाषा में इन उँगलियों का नाम भी लिखें।)
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Question 4:
अंगुष्ठा, तर्जनी, मध्यमा, अनामिका, कनिष्ठा- ये पाँच उँगलियों के नाम हैं। इन्हें पहचान कर सही क्रम में लिखो।
Answer:
अंगुष्ठा | - | अंगुठा |
तर्जनी | - | अंगुठे के साथ वाली उगंली |
मध्यमा | - | बीच वाली उगंली |
अनामिका | - | जिसमें सगाई की अंगुठी पहनाई जाती है |
कनिष्ठा | - | छोटी उगंली |
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