Board Paper of Class 10 2002 Hindi Delhi(SET 1) - Solutions
(ii) चारों खण्डों के प्रश्नों के उत्तर देना अनिवार्य है।
(iii) यथासंभव प्रत्येक खण्ड के उत्तर क्रमश: दीजिए।
- Question 1
अंडमान और निकोबार दो अलग-अलग द्वीपसमूह हैं। अंडमान द्वीपसमूह में पाँच प्रमुख द्वीप हैं – उत्तरी अंडमान, मध्य अंडमान, बारतांग, दक्षिण अंडमान और रटलैंड। कुछ ही दूरी पर लिटिल (लघु) अंडमान है। निकोबार द्वीपसमूह में छोटे-बड़े सब मिलाकर बासठ द्वीप हैं जिनमें प्रमुख हैं – कार निकोबार, ग्रेट (बृहत्) निकोबार तथा लिटिल निकोबार।
रामायण में अंगमान नाम से इन द्वीपसमूहों का उल्लेख मिलता है। अंगमान का अपभ्रंश अंडमान बना। अरब यात्रियों ने भी यहाँ के निवासियों को अंगामानियन कहा है। मलेशिया के लोग इन द्वीपों को हंदुमान कहते थे।
अंडमान के मूल निवासियों में प्रमुख हैं – औंगी तथा अंडमानी। नाटे कद के औंगी गोलाकार कुटिया में रहते हैं। जहाँ सोते हैं वहाँ सदा आग जलाकर रखते हैं। वहीं अपना भोजन भी बनाते हैं। औंगी तीर-कमान से मछली का शिकार करते हैं। वे जीवित केंकड़े को भूनकर खाते हैं। शहद की मक्खी का छत्ता देखकर औंगी नंगे बदन पेड़ पर चढ़कर इसका मधु खा जाते हैं। वह तोनजोथ नामक वृक्ष की पत्तियाँ चबाकर उसकी लुगदी अपने शरीर और सर पर मल लेते हैं। पत्तियों को चबाते हुए वे उसका रस मधुमक्खियों पर थूकते जाते हैं। मधुमक्खियाँ उस रस से दूर भागती जाती हैं और औंगी सारा शहद निकाल लेते हैं। यदि औंगी को कहीं पानी पीने को न मिले तो वे वन में एक महालता (बेल) की पत्ती तोड़कर अपने मुँह में रख लेते हैं और अपनी प्यास बुझा लेते हैं। अतिथि-सत्कार करते समय मेहमान को आदर देने के लिए गोद में बैठाते हैं। इसी तरह विवाह के समय एक-दूसरे के गले में बाँहें डालकर दूल्हा को दुल्हन की गोद में बैठाया जाता है।
अंडमानी आदिवासी भोजन में नमक और चीनी का प्रयोग नहीं करते, पर शहद के शौकीन हैं। किसी के मरने पर वे उसके शव को गठरी में बाँधकर पेड़ पर रख देते हैं। तीन मास तक वहाँ कोई नहीं जाता। मृतक के प्रियजन गेरुए रंग की मिट्टी का लेप करके, शोक मनाने के बाद अस्थिपिंजर को उतार लेते हैं। हड्डियाँ धोने के बाद तोड़कर आभूषण बनाए जाते हैं। मान्यता है कि इन आभूषणों के स्पर्शमात्र से ही रोग दूर हो जाते हैं। ये भी आग जलाना नहीं जानते।
निकोबार द्वीपसमूह की प्रमुख आदिवासी जातियाँ हैं – शोमपेन तथा निकोबारी। ये रंगरुप में अंडमान के मूल निवासियों से भिन्न हैं। शोमपेन लोग ग्रेट निकोबार द्वीपों में गल्थियाँ नदी के तट पर हज़ारों वर्षों से आदिम अवस्था में रह रहे हैं। ये दो लकड़ियों को रगड़कर आग जलाते हैं और फिर कभी उसे बुझने नहीं देते। वे बहुत सुंदर नाव बनाते हैं। परंतु सभ्य निकोबारी थोड़ा-सा सूखा चूना, तंबाकू और कपड़ा देकर बदले में उनसे नाव ले लेते हैं।
निकोबारी आदिवासी लगभग सभी द्वीपों में पाए जाते हैं। इनकी जनसंख्या लगभग तीस हज़ार है। इनके यहाँ बच्चे के जन्म से पहले पिता को भी कठिन काम नहीं करने देते, गर्भवती माँ का तो ध्यान रखा ही जाता है। एक महीने तक पिता को नवजात शिशु के पास रहना पड़ता है। इनका विश्वास है कि पिता के धूप अथवा पानी में जाने से शिशु बीमार पड़ सकता है।
समय के बढ़ते चरण के साथ आज इन द्वीपसमूहों के निवासियों के जीवन में अनेक परिवर्तन आ रहे हैं। भारत सरकार इन द्वीपसमूहों के विकास के लिए सतत प्रयत्न कर रही है।
भारत में राष्ट्रीय एकता का सबसे अच्छा उदाहरण अंडमान में देखने को मिलता है। एक ही परिवार के सद्स्य अलग-अलग धर्म को मान सकते हैं। यहाँ के निवासियों को हिंदी, बंग्ला, तेलुगु, मलयालम, अंग्रेज़ी, निकोबारी एवं उर्दू के माध्यम से शिक्षा दी जाती है, वहाँ भी आधी छुट्टी के समय विभिन्न भाषा-भाषी बच्चे हिंदी में बात करते हैं। यद्यपि हिंदी प्रदेशों के मूलवासियों की संख्या कम है फिर भी द्वीपसमूहों में संपर्क भाषा के रुप में हिंदी का ही प्रयोग किया जाता है। यहाँ के लोग हिंदी बहुत शीघ्र सीख जाते हैं। भाषा के मामले में ये द्वीपसमूह निश्चय ही सारे देश को मार्गदर्शन देते हैं।
(i) औंगी शहद की मक्खियों के छत्ते से किस प्रकार शहद निकालते हैं? (2)
(ii) वन में पानी न मिलने पर औंगी किस प्रकार अपनी प्यास बुझाते हैं? (2)
(iii) औंगी किस प्रकार अपने अतिथियों का सत्कार करते हैं? (2)
(iv) औंगी अपने मृतक प्रियजनों की हड्डियों के आभूषण क्यों बनाते हैं? (2)
(v) 'नवजात' तथा 'मार्गदर्शन' शब्दों का प्रयोग अपने वाक्यों में कीजिए। (2)
(vi) उपरोक्त अनुच्छेद में से कोई दो विशेषण छाँटकर लिखिए। (2)
VIEW SOLUTION
- Question 2
निम्नलिखित काव्यांश को ध्यानपूर्वक पढ़कर दिए गए प्रश्नों के उत्तर लिखिए –
लहराता है
सुहानी सी उषा में
तुम्हारा रेशमी आंचल
हवा के संग
बुन रहा वात्सल्य का कंबल
सुबह की घाटियों में
प्यार का संबल
सुरीली बीन सा मौसम
नमन में मन!
बसी हो माँ!
समय के हर सफर में
सुबह सी शाम सी
दिन में बिखरती रोशनी सी
दिशाओं में -
मधुर मकरंद सी
दूर हो फिर भी महक उठता है जीवन
नमन में मन!(i) हवा के संग माँ का आँचल क्या बुनता है? (2)
(ii) सुबह की घाटियों में आँचल क्या-क्या रुप धारण कर लेता है? (2)
(iii) समय के सफर में माँ किस प्रकार बसी है? (1)
(iv) माँ दूर होने पर भी दिशाओं में किस प्रकार बसी है? (1)
(v) इन पंक्तियों में माँ के आँचल की वर्णित दो प्रमुख विशेषताएँ बताइए। (2)
अथवा
नाम अलग हैं देश-देश के, पर वसुन्धरा एक है,
फल-फूलों के रुप अलग पर भूमि उर्वरा एक है,
धरा बाँटकर हृदय न बांटो, दूर रहो संहार से।।कभी न सोचो तुम अनाथ, एकाकी या निष्प्राण रे!
बूंद-बूंद करती है मिलकर सागर का निर्माण रे!
लहर लहर देती संदेश यह, दूर क्षितिज के पार से।।धर्म वही है, जो करता है, मानव का उद्धार रे!
धर्म नहीं वह जोकि डाल दे, दिल में एक दरार रे!
करो न दूषित आंगन मन का, नफरत की दीवार से।।सीमाओं को लांघ न कुचलो, स्वतंत्रता का शीश रे!
बमबारी की स्वरलिपि में मत लिखो शान्ति का गीत रे!
बंध न सकेगी लय गीतों की, ऐसे स्वर-विस्तार से।।राजनीति में स्वार्थ न लाओ, भरो न विष संसार में,
पशुता भरकर संस्कृति में, मत भरो वासना प्यार में,
करो न कलुषित जन-जीवन तुम, रुप-प्रणय-व्यापार से।।(i) हृदय बाँटने से कवि ने क्यों मना किया है? (1)
(ii) लहरें क्या संदेश देती हैं? (2)
(iii) धर्म की क्या पहचान हैं? (1)
(iv) शान्ति की गीत किस लिपि में नहीं लिखा जाता? (2)
(v) राजनीति, संस्कृति और जन-जीवन के लिए क्या-क्या घातक है? (2)
VIEW SOLUTION
- Question 3
निम्नलिखित में से किसी एक विषय पर लगभग 300 शब्दों में निबन्ध लिखिए –
(क) हमें कल का कार्य आज ही करना चाहिए। समय का नियोजन ही सफलता का मूलमंत्र है। हमें कार्य को भविष्य के लिए न टालकर उचित समय पर करना चाहिए।
(ख) जीवन में स्वास्थ्य का अत्यधिक महत्त्व है। अच्छे स्वास्थय के अभाव में भौतिक सुख व्यर्थ हैं। स्वस्थ रहने के लिए व्यायाम करना आवश्यक है। स्वस्थ व्यक्ति ही स्वस्थ समाज के निर्माण में सहायक होते हैं।
(ग) वर्तमान युग को विज्ञापन-युग भी कहा जाता है। विज्ञापन का उद्देश्य विज्ञापित वस्तु की बिक्री में वृद्धि अथवा किसी विशेष सूचना को जनता तक पहुँचाना होता है। विज्ञापन अनेक प्रकार के होते हैं। हमें ध्यान रखना चाहिए कि विज्ञापनकर्त्ता का कुछ सामाजिक दायित्व भी होता है।
VIEW SOLUTION
- Question 4
चुनाव के दिनों में आपके शहर की दीवारें नारे लिखने और पोस्टर चिपकाने से गंदी हो गई हैं। इस समस्या की ओर ध्यान आकृष्ट करते हुए किसी समाचार-पत्र के संपादक को पत्र लिखिए।
अथवा
अपने जन्मदिन पर मित्र द्वारा भेजे गए उपहार के लिए धन्यवाद-पत्र लिखिए।
VIEW SOLUTION
- Question 5
निम्नलिखित वाक्यों में प्रयुक्त क्रियाओं के भेद बताइए –
(i) कौन जा रहा है?
(ii) पिताजी ने मुझसे पत्र लिखवाया।
(iii) रानी ने साँप को मार दिया।
VIEW SOLUTION
- Question 6
निर्देशानुसार उत्तर दीजिए –
(i) वह बहुत देर ............. रोता रहा। (अव्यय से वाक्यपूर्ति कीजिए)
(ii) हमें अपनी सभ्यता और संस्कृति पर गर्व है। (समुच्चयबोधक शब्द छाँटिए)
(iii) वह धीरे-धीरे चल रहा था। (क्रियाविशेषण छाँटिए तथा उसका भेद लिखिए)
VIEW SOLUTION
- Question 7
निर्देशानुसार उत्तर लिखिए –
(i) छात्र घर पहुँचे। छात्र टी.वी. देखने लगे। (एक सरल वाक्य में बदलिए)
(ii) रामू आ गया। (प्रश्नवाचक वाक्य बनाइए)
(iii) शाम तक ज़रुर आ जाना। (अर्थ के आधार पर वाक्य-भेद बताइए)
VIEW SOLUTION
- Question 8
निम्नलिखित वाक्यों का वाच्य परिवर्तन कीजिए –
(i) पक्षी आकाश में उड़ते हैं।
(ii) मुझ से पढ़ा नहीं जाता।
(iii) मोहन पत्र लिख रहा है।
VIEW SOLUTION
- Question 9
(i) किन्हीं दो पदों का विग्रह कीजिए – (1)
रसोईघर, चौराहा, दिन-रात(ii) नीचे लिखे किन्हीं दो पदों के समस्त पद बनाइए – (1)
शक्ति के अनुसार, माता और पिता, कमल जैसे नयन(iii) 'अंबर' शब्द के दो अर्थ स्पष्ट कीजिए। (1)
- Question 10
निम्नलिखित में से किसी एक काव्यांश को पढ़कर पूछे गए प्रश्नों के उत्तर दीजिए –
(क) हमारैं हरि हारिल की लकरी।
मन क्रम बचन नंद-नंदन उर, यह दृढ़ करि पकरी।
जागत सोवत स्वप्न दिवस-निसि, कान्ह-कान्ह जक री।
सुनत जोग लागत है ऐसौ, ज्यौं करुई ककरी।
सु तौ ब्याधि हमकौं लै आए, देखी सुनी न करी।
यह तौ 'सूर' तिनहिं लै सौपौं, जिनके मन चकरी।।(i) श्रीकृष्ण को 'हारिल की लकरी' क्यों कहा गया है? (2)
(ii) गोपियों को योग का नाम सुनते ही कैसा प्रतीत होता है? (2)
(iii) गोपियों के अनुसार किन लोगों के लिए योग-साधना उपयुक्त है? (2)
अथवा
(ख) तुम्हारी यह दंतुरित मुसकान
मृतक में भी डाल देगी जान
धूलि-धूसर तुम्हारे ये गात...
छोड़कर तालाब मेरी झोंपड़ी में खिल रहे जलजात
परस पाकर तुम्हारा ही प्राण,
पिघलकर जल बन गया होगा कठिन पाषाण
छू गया तुमसे कि झरने लग पड़े शेफालिका के फूल
बांस था कि बबूल?
तुम मुझे पाए नहीं पहचान?(i) 'छोड़कर तालाब मेरी झोंपड़ी में खिल रहे जलजात' का आशय स्पष्ट कीजिए। (2)
(ii) किसकी मुसकान मृतक में भी जान जान डाल देती है? (2)
(iii) उपरोक्त पंक्तियों में कवि किसे संबोधित करते हुए अपनी भावनाएँ व्यक्त कर रहा है? (2)
VIEW SOLUTION
- Question 11
निम्नलिखित प्रश्नों में से किन्हीं तीन का उत्तर दीजिए – (3 + 3 + 3)
(i) गोपियों द्वारा उद्धव को भाग्यवान कहने में क्या व्यंग्य निहित है?
(ii) कवि देव ने 'श्री ब्रजदूलह' किसके लिए प्रयुक्त किया है और उन्हें संसार रुपी मंदिर का दीपक क्यों कहा है?
(iii) 'आत्मकथा' कविता में 'उज्जवल गाथा कैसे गाऊँ, मधुर चाँदनी रातों की', कथन के माध्यम से कवि क्या कहना चाहता है?
(iv) 'यह दंतुरित मुसकान' कविता में कवि ने बच्चे की मुसकान के सौंदर्य को किन-किन बिंबों के माध्यम से व्यक्त किया है?
VIEW SOLUTION
- Question 12
निम्नलिखित काव्यांशों में से किसी एक को पढ़कर पूछे गए प्रश्नों के उत्तर लिखिए –
(क) ऊधौ, तुम हौ अति बड़भागी।
अपरस रहत सनेह तगा तैं, नाहिन मन अनुरागी।
पुरइनि पात रहत जल भीतर, ता रस देह न दागी।
ज्यौं जल माहँ तेल की गागरि, बूँद न ताकौं लागी।
प्रीति-नदी मैं पाउँ न बौरयौ, दृष्टि न रुप परागी।
'सूरदास' अबला हम भोरी, गुर चाँटी ज्यौं पागी।।(i) 'प्रीति-नदी' में कौन-सा अलंकार है? (1)
(ii) यह पंक्तियाँ किस भाषा में लिखी गई हैं? (1)
(iii) अंतिम पंक्ति में किस अलंकार का प्रयोग किया गया है? (1)
(iv) गोपियां उद्धव को क्या कहकर व्यंग्य करती हैं? (1)
(v) इन पंक्तियों में से कोई दो तत्सम शब्द छाँटकर लिखिए। (1)
अथवा
(ख) तुम्हारी यह दंतुरित मुसकान
मृतक में भी डाल देगी जान
धूलि-धूसर तुम्हारे ये गात...
छोड़कर तालाब मेरी झोंपड़ी में खिल रहे जलजात
परस पाकर तुम्हारा ही प्राण,
पिघलकर जल बन गया होगा कठिन पाषाण(i) किसकी मुसकान मृतक में प्राणों को संचारित कर देती है? (1)
(ii) इन पंक्तियों में किस छंद का प्रयोग किया गया है? (1)
(iii) 'परस पाकर तुम्हारा ही प्राण' में किस अलंकार का प्रयोग किया गया है? (1)
(iv) 'छोड़कर तालाब मेरी झोंपड़ी में खिल रहे जलजात' पंक्ति का आशय स्पष्ट कीजिए। (1)
(v) इन पंक्तियों में से कोई दो तत्सम शब्द छाँटकर लिखिए। (1)
VIEW SOLUTION
- Question 13
पाठ्य-पुस्तक के आधार पर निम्नलिखित गद्यांशों में से किसी एक को पढ़कर पूछे गए प्रश्नों के उत्तर दीजिए –
(क) हमने सुना, बालगोबिन भगत का बेटा मर गया। कुतूहलवश उनके घर गया। देखकर दंग रह गया। बेटे को आँगन में एक चटाई पर लिटाकर एक सफेद कपड़े से ढाँक रखा है। वे कुछ फूल तो हमेशा ही रोपते रहते, उन फूलों में से कुछ तोड़कर उस पर बिखरा दिए हैं; फूल और तुलसीदल भी। सिरहाने एक चिराग जला रखा है और, उसके सामने ज़मीन पर ही आसन जमाए गीत गाए चले जा रहे हैं! वही पुराना स्वर, वही पुरानी तल्लीनता। घर में पतोहू रो रही है, जिसे गाँव की स्त्रियाँ चुप कराने की कोशिश कर रही हैं किंतु बालगोबिन भगत गाए जा रहे हैं! हाँ, गाते-गाते कभी-कभी पतोहू के नज़दीक भी जाते और उसे रोने के बदले उत्सव मनाने को कहते। आत्मा परमात्मा के पास चली गई, विरहिनी अपने प्रेमी से जा मिली, भला इससे बढ़कर आनंद की कौन बात? मैं कभी-कभी सोचता, यह पागल तो नहीं हो गए। किंतु नहीं, वह जो कुछ कह रहे थे, उसमें उनका विश्वास बोल रहा था – वह चरम विश्वास जो हमेशा ही मृत्यु पर विजयी होता आया है।
(i) पुत्र के शव के सामने भी बालगोबिन गीत क्यों गा रहे थे? (2)
(ii) बालगोबिन ने अपनी पतोहू से क्या कहा? (2)
(iii) बालगोबिन के घर जाकर लेखक ने क्या देखा? (2)
अथवा
(ख) फ़ादर को ज़हरबाद से नहीं मरना चाहिए था। जिसकी रगों में दूसरों के लिए मिठास भरे अमृत के अतिरिक्त और कुछ नहीं था उसके लिए इस ज़हर का विधान क्यों हो? यह सवाल किस ईश्वर से पूछें? प्रभु की आस्था ही जिसका अस्तित्व था, वह देह की इस यातना की परीक्षा उम्र की आखिरी देहरी पर क्यों दे? एक लंबी, पादरी के सफ़ेद ढकी आकृति सामने है – गोरा रंग, सफ़ेद झाँईं मारती भूरी दाढ़ी, नीली आँखें-बाँहें खोल गले लगाने को आतुर। इतनी ममता, इतना अपनत्व इस साधु में अपने हर एक प्रियजन के लिए उमड़ता रहता था। मैं पैंतीस साल से इसका साक्षी था। तब भी जब वह इलाहाबाद में थे और तब भी जब वह दिल्ली आते थे। आज उन बाँहों का दबाव मैं अपनी छाती पर महसूस करता हूँ।
(i) उपरोक्त अनुच्छेद में 'फ़ादर' शब्द का प्रयोग किसके लिए किया गया है? उनकी मृत्यु किस प्रकार हुई? (2)
(ii) फ़ादर बुल्के के व्यक्तित्व का अपने शब्दों में वर्णन कीजिए। (2)
(iii) लेखक को फ़ादर बुल्के की स्मृति क्यों बनी रहती है? (2)
VIEW SOLUTION
- Question 14
निम्नलिखित प्रश्नों में से किन्हीं तीन प्रश्नों के उत्तर दीजिए – (3 + 3 + 3)
(i) सेनानी न होते हुए भी चश्मे वाले को लोग कैप्टन क्यों कहते थे?
(ii) 'एक कहानी यह भी' रचना के आधार पर लेखिका की अपने पिता से वैचारिक टकराहट को अपने शब्दों में लिखिए।
(iii) 'बालगोबिन भगत' की दिनचर्या लोगों के अचरज का कारण क्यों थी?
(iv) 'स्त्रियों की पढ़ाई से अनर्थ होते हैं' कुतर्कवादियों की इस दलील का खंडन द्विवेदी जी ने कैसे किया है? अपने शब्दों में लिखिए।
VIEW SOLUTION
- Question 15
(i) बिस्मिल्ला खाँ को शहनाई की मंगल ध्वनि का नायक क्यों कहा गया है? (3)
(ii) वास्तविक अर्थों में 'संस्कृत व्यक्ति' किसे कहा जा सकता है? (2)
VIEW SOLUTION
- Question 16
'साना साना हाथ जोड़ि' रचना के आधार पर बताइए कि प्राकृतिक सौंदर्य के अलौकिक आनंद में डूबी लेखिका को कौन-कौन से दृश्य झकझोर गए?
अथवा
भोलानाथ अपने साथियों को देखकर सिसकना क्यों भूल जाता है?
- Question 17
निम्नलिखित प्रश्नों में से किन्हीं तीन प्रश्नों के उत्तर दीजिए – (2 + 2 + 2)
(i) दुलारी का टुन्नू से पहली बार परिचय कहाँ और किस रुप में हुआ?
(ii) ''नयी दिल्ली में सब था ..... सिर्फ नाक नहीं थी।" इस कथन के माध्यम से लेखक क्या कहना चाहता है?
(iii) कभी श्वेत तो कभी रंगीन पताकाओं का फहराना किन अलग-अलग अवसरों की ओर संकेत करता है?
(iv) कठोर हृदय समझी जाने वाली दुलारी टुन्नू की मृत्यु पर क्यों विचलित हो उठी?
VIEW SOLUTION
-
Board Paper of Class 10 2023 Hindi (A) Delhi(SET 1) - Solutions
-
Board Paper of Class 10 2023 Hindi (A) Delhi(SET 2) - Solutions
-
Board Paper of Class 10 2023 Hindi (A) Delhi(SET 3) - Solutions
-
Board Paper of Class 10 Hindi (A) Term-II 2022 Delhi(SET 1) - Solutions
-
Board Paper of Class 10 Hindi (B) Term-II 2022 Delhi(SET 1) - Solutions
-
Board Paper of Class 10 Hindi (B) Term-II 2022 Delhi(SET 2) - Solutions
-
Board Paper of Class 10 Hindi (A) Term-I 2021 Delhi(SET 4) (Series: JSK/2)- Solutions
-
Board Paper of Class 10 Hindi (B) Term-I 2021 Delhi(SET 4) (Series: JSK/2)- Solutions
-
Board Paper of Class 10 2020 Hindi (A) Delhi(SET 1) - Solutions
-
Board Paper of Class 10 2020 Hindi (B) Delhi(SET 3) - Solutions
-
Board Paper of Class 10 2019 Hindi (A) Delhi(SET 1) - Solutions
-
Board Paper of Class 10 2019 Hindi (A) Delhi(SET 2) - Solutions
-
Board Paper of Class 10 2019 Hindi (A) Delhi(SET 3) - Solutions
-
Board Paper of Class 10 2019 Hindi (B) Delhi(SET 2) - Solutions
-
Board Paper of Class 10 2018 Hindi Delhi(SET 1) - Solutions
-
Board Paper of Class 10 2018 Hindi Delhi(SET 2) - Solutions
-
Board Paper of Class 10 2018 Hindi Delhi(SET 3) - Solutions
-
Board Paper of Class 10 2018 Hindi Delhi(SET 1) - Solutions
-
Board Paper of Class 10 2017 Hindi Delhi(SET 1) - Solutions
-
Board Paper of Class 10 2017 Hindi Delhi(SET 2) - Solutions
-
Board Paper of Class 10 2017 Hindi Delhi(SET 1) - Solutions
-
Board Paper of Class 10 2017 Hindi Delhi(SET 2) - Solutions
-
Board Paper of Class 10 2017 Hindi Delhi(SET 3) - Solutions
-
Board Paper of Class 10 2017 Hindi All India(SET 1) - Solutions
-
Board Paper of Class 10 2017 Hindi All India(SET 2) - Solutions
-
Board Paper of Class 10 2017 Hindi All India(SET 2) - Solutions
-
Board Paper of Class 10 2017 Hindi All India(SET 3) - Solutions
-
Board Paper of Class 10 2017 Hindi Abroad(SET 2) - Solutions
-
Board Paper of Class 10 2016 Hindi Delhi(SET 1) - Solutions
-
Board Paper of Class 10 2016 Hindi Delhi(SET 2) - Solutions
-
Board Paper of Class 10 2016 Hindi Delhi(SET 3) - Solutions
-
Board Paper of Class 10 2016 Hindi All India(SET 2) - Solutions
-
Board Paper of Class 10 2016 Hindi All India(SET 3) - Solutions
-
Board Paper of Class 10 2016 Hindi All India(SET 1) - Solutions
-
Board Paper of Class 10 2016 Hindi All India(SET 2) - Solutions
-
Board Paper of Class 10 2015 Hindi Delhi(SET 1) - Solutions
-
Board Paper of Class 10 2015 Hindi Delhi(SET 1) - Solutions
-
Board Paper of Class 10 2015 Hindi Delhi(SET 2) - Solutions
-
Board Paper of Class 10 2015 Hindi Delhi(SET 3) - Solutions
-
Board Paper of Class 10 2014 Hindi Delhi(SET 1) - Solutions
-
Board Paper of Class 10 2014 Hindi Delhi(SET 2) - Solutions
-
Board Paper of Class 10 2014 Hindi Delhi(SET 3) - Solutions
-
Board Paper of Class 10 2014 Hindi Delhi(SET 3) - Solutions
-
Board Paper of Class 10 2013 Hindi Delhi(SET 3) - Solutions
-
Board Paper of Class 10 2012 Hindi All India(SET 1) - Solutions
-
Board Paper of Class 10 2011 Hindi All India(SET 2) - Solutions
-
Board Paper of Class 10 2010 Hindi Delhi(SET 1) - Solutions
-
Board Paper of Class 10 2010 Hindi Delhi(SET 2) - Solutions
-
Board Paper of Class 10 2010 Hindi Delhi(SET 3) - Solutions
-
Board Paper of Class 10 2010 Hindi Delhi(SET 1) - Solutions
-
Board Paper of Class 10 2010 Hindi Delhi(SET 2) - Solutions
-
Board Paper of Class 10 2010 Hindi Delhi(SET 3) - Solutions
-
Board Paper of Class 10 2009 Hindi Delhi(SET 1) - Solutions
-
Board Paper of Class 10 2009 Hindi Delhi(SET 2) - Solutions
-
Board Paper of Class 10 2009 Hindi Delhi(SET 3) - Solutions
-
Board Paper of Class 10 2009 Hindi Delhi(SET 1) - Solutions
-
Board Paper of Class 10 2009 Hindi Delhi(SET 2) - Solutions
-
Board Paper of Class 10 2009 Hindi Delhi(SET 3) - Solutions
-
Board Paper of Class 10 2009 Hindi All India(SET 1) - Solutions
-
Board Paper of Class 10 2009 Hindi All India(SET 2) - Solutions
-
Board Paper of Class 10 2009 Hindi All India(SET 3) - Solutions
-
Board Paper of Class 10 2009 Hindi All India(SET 1) - Solutions
-
Board Paper of Class 10 2009 Hindi All India(SET 2) - Solutions
-
Board Paper of Class 10 2009 Hindi All India(SET 3) - Solutions
-
Board Paper of Class 10 2008 Hindi Delhi(SET 1) - Solutions
-
Board Paper of Class 10 2008 Hindi Delhi(SET 2) - Solutions
-
Board Paper of Class 10 2008 Hindi Delhi(SET 3) - Solutions
-
Board Paper of Class 10 2008 Hindi Delhi(SET 1) - Solutions
-
Board Paper of Class 10 2008 Hindi Delhi(SET 2) - Solutions
-
Board Paper of Class 10 2008 Hindi Delhi(SET 3) - Solutions
-
Board Paper of Class 10 2008 Hindi All India(SET 1) - Solutions
-
Board Paper of Class 10 2008 Hindi All India(SET 2) - Solutions
-
Board Paper of Class 10 2008 Hindi All India(SET 3) - Solutions
-
Board Paper of Class 10 2008 Hindi All India(SET 1) - Solutions
-
Board Paper of Class 10 2008 Hindi All India(SET 2) - Solutions
-
Board Paper of Class 10 2007 Hindi Delhi(SET 1) - Solutions
-
Board Paper of Class 10 2007 Hindi Delhi(SET 2) - Solutions
-
Board Paper of Class 10 2007 Hindi Delhi(SET 3) - Solutions
-
Board Paper of Class 10 2007 Hindi Delhi(SET 1) - Solutions
-
Board Paper of Class 10 2007 Hindi Delhi(SET 2) - Solutions
-
Board Paper of Class 10 2007 Hindi Delhi(SET 3) - Solutions
-
Board Paper of Class 10 2006 Hindi Delhi(SET 1) - Solutions
-
Board Paper of Class 10 2006 Hindi Delhi(SET 2) - Solutions
-
Board Paper of Class 10 2006 Hindi Delhi(SET 3) - Solutions
-
Board Paper of Class 10 2006 Hindi Delhi(SET 1) - Solutions
-
Board Paper of Class 10 2006 Hindi Delhi(SET 2) - Solutions
-
Board Paper of Class 10 2006 Hindi Delhi(SET 3) - Solutions
-
Board Paper of Class 10 2005 Hindi Delhi(SET 1) - Solutions
-
Board Paper of Class 10 2005 Hindi Delhi(SET 2) - Solutions
-
Board Paper of Class 10 2005 Hindi Delhi(SET 3) - Solutions
-
Board Paper of Class 10 2004 Hindi Delhi(SET 1) - Solutions
-
Board Paper of Class 10 2004 Hindi Delhi(SET 2) - Solutions
-
Board Paper of Class 10 2004 Hindi Delhi(SET 3) - Solutions
-
Board Paper of Class 10 2004 Hindi Delhi(SET 1) - Solutions
-
Board Paper of Class 10 2004 Hindi Delhi(SET 2) - Solutions
-
Board Paper of Class 10 2004 Hindi Delhi(SET 3) - Solutions
-
Board Paper of Class 10 2003 Hindi Delhi(SET 1) - Solutions
-
Board Paper of Class 10 2003 Hindi Delhi(SET 2) - Solutions
-
Board Paper of Class 10 2003 Hindi Delhi(SET 3) - Solutions
-
Board Paper of Class 10 2002 Hindi Delhi(SET 2) - Solutions
-
Board Paper of Class 10 2002 Hindi Delhi(SET 3) - Solutions